
राम इकबाल सिंह ने अपने को बताया रसोइया
यूपी, संजय कुमार तिवारी बलिया से है जहां बलिया में बीजेपी के पूर्व विधायक राम इकबाल सिंह ने रसड़ा गन्ना मिल चलाओ, किसान बचाओं के तहत जन जागरण अभियान को ट्रैक्टर और ट्राली से सैकड़ों की संख्या में जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंचे और जिलाधिकारी ज्ञापन सौंपा। वही बीजेपी के पूर्व विधायक राम इकबाल सिंह ने हम योगी जी को याद दिलाने आए है और मोदी जी से आग्रह करने आए है कि बलिया वाले मुल्क को आजाद किए थे एक ही आजीविका का साधन था वो भी कई वर्षों से ताले लटके हुए है और पूर्ण विश्वास है कि सरकार हमारी बात को मानेगी और मिल का ताला खुलेगा।और किसान के चेहरे पर मुस्कुराहट आएगी।
पिछली सरकारों ने किसानों का पेमेंट नही दिया तो किसान गन्ना की बुवाई करना छोड़ दिए तो गन्ना मिल को बंद होनी पड़ी। बलिया बाढ़ का जिला है हिंदुस्तान की सभी बड़ी नदिया है यहां सातों विधान सभा जलमग्न वाली नदिया है तीन विधानसभा को गंगा दबाती है और तीन को घाघरा नदी दबाती है एक टोंस नदी है जो रसड़ा विधान सभा को कुछ दबाती है। हम लोग एक साथ जग जाए और सब लोग जाकर योगी जी से कह देंगे तो मिल खुल जायेगी। नही सोई हुई नहीं है घर में सब कुछ है लेकिन कोई बनाने वाला रसोइया नही है अब रसोइया मिल गया है अब पूरा कर देंगे हम सबके साथ जाकर के योगी जी से प्रार्थना करूंगा, हाथ जोडूंगा, रिक्वेस्ट करूंगा और योगी जी को मजबूर होकर मिल का बटन दबाना पड़ेगा।
हालांकि जेल के सवाल पर कहा कि जेल पर जिसने ढक्कन लगाया उसको अपने फैसले पर पुनर विचार करना चाहिए यह सही नहीं है।बलिया के मुलजिमों को मऊ, आजमगढ़, जाना पड़ता है जमीन खरीद लेनी चाहिए यही मिड्ढा के बगल में खरीद लिए होते, सुखपुरा में खरीद लिए होते। हाइवे के लिए जमीन खरीदी जा सकती है मेडिकल कालेज के लिए जमीन खरीदी जा सकती है मेडिकल खुल रहा है खुल जाए हाई नॉट क्यों, नहीं सही है।लेकिन यह प्रश्न है बिना जेल के जमीन खरीदे बिना,या जेल की जमीन खरीदे बिना, या जेल का भूमि पूजन कराए बिना यह हटा देना उचित नहीं है।